इन 3 वजहों से कैशफ़्लो स्टेटमेंट बिज़नेस के लिए लाभदायक है

कैशफ़्लो स्टेटमेंट! वैसे तो ज़्यादातर व्यवसायी इसके बारे में जानते हैं, लेकिन जो लोग इसके बारे में नहीं जानते हैं; उन्हें परेशान होने की ज़रूरत नहीं है। इस ब्लॉग में हम विस्तार से बताएंगे कि कैशफ़्लो स्टेटमेंट क्या होता है और यह किस तरह से बिज़नेस को लाभ पहुंचा सकता है। इसके साथ ही हम अन्य महत्वपूर्ण बातों पर भी चर्चा करेंगे। 

कैशफ़्लो स्टेटमेंट क्या है?

कैशफ़्लो, किसी भी बिज़नेस में आने और बाहर जाने वाले कुल पैसे को कहते हैं। इससे अंदाज़ा लगा सकते हैं कि कैशफ़्लो स्टेटमेंट एक तरह का स्टेटमेंट होता है, जिसमें एक विशेष अकाउंटिंग अवधि के दौरान आपके बिज़नेस में आने और जाने वाले कुल कैश की डिटेल्स शामिल होती है।

निवेश और संचालन जैसी बिज़नेस गतिविधियां कैशफ़्लो के लिए ज़िम्मेदार होती हैं और कैशफ़्लो स्टेटमेंट ऐसी सभी गतिविधियों की डिटेल्स दिखाता है। इसके अलावा, बिज़नेस की अन्य गतिविधियां, जिसमें लेन-देन शामिल होता है, जैसे बिज़नेस संबंधी किसी भी तरह के खर्च की पेमेंट भी कैशफ़्लो स्टेटमेंट में शामिल होती है। यह जानकारी व्यवसायियों को बिज़नेस संबंधी भविष्य की योजना बनाने में मदद करती है। इसके साथ ही बिज़नेस के प्रदर्शन को निर्धारित करने के लिए भी कैशफ़्लो स्टेटमेंट महत्वपूर्ण होता है।

कैशफ़्लो स्टेटमेंट आपके बिज़नेस की कैसे मदद कर सकता है, इससे पहले हम जानते हैं कि इसमें क्या शामिल होता है।

कैशफ़्लो स्टेटमेंट का फ़ॉर्मैट

कैशफ़्लो स्टेटमेंट के फ़ॉर्मैट में तीन प्रमुख भाग होते हैं, जो आपके बिज़नेस को कैशफ़्लो विश्लेषण में मदद करते हैं। आइए देखें:

1. ऑपरेटिंग कैशफ़्लो 

बिज़नेस चलाने संबंधी गतिविधियां, कैशफ़्लो गतिविधियां है, जो राजस्व उत्पन्न करती हैं या आपके बिज़नेस की वस्तुओं एवं सेवाओं के उत्पादन पर खर्च किए गए पैसों का लेखा-जोखा रखती हैं। टैक्स की पेमेंट, इन्वेंटरी लेन-देन, ब्याज की पेमेंट इसके कुछ उदाहरण हैं। स्वाभाविक रूप से, ऐसी गतिविधियों के लिए कैशफ़्लो स्टेटमेंट को परिचालन कैशफ़्लो (Operating cashflow) कहा जाता है।

2. इन्वेस्टिंग कैशफ़्लो

इन्वेस्टिंग कैशफ़्लो, बिज़नेस संबंधी संपत्ति, संयंत्र या उपकरण जैसी परिसंपत्तियों में निवेश के कारण होने वाले लाभ और हानि को रिकॉर्ड करती है। इन गतिविधियों में शामिल होने वाले कैशफ़्लो को इन्वेस्टिंग कैशफ़्लो कहा जाता है और यह आपके बिज़नेस के लिए कैशफ़्लो में हुए समग्र परिवर्तन को दर्शाता है।

3. फ़ाइनेंसिंग कैशफ़्लो

किसी कंपनी और उसके मालिकों के बीच होने वाली धन संचालन गतिविधियां (Money movement activities) फ़ाइनेंसिंग  कैशफ़्लो के अंतर्गत आती है। इसमें उधार (Debts), इक्विटी और लाभांश (Dividends) शामिल हैं।

कैशफ़्लो स्टेटमेंट के लाभ और महत्व

किसी भी बिज़नेस की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कैश की उपलब्धता बहुत ज़्यादा महत्वपूर्ण होती है। आपके बिज़नेस संबंधी उधारी की पेमेंट, लाभदायक रिटर्न के लिए निवेश और इस तरह की अन्य गतिविधियों के लिए कैश की आवश्यकता होती है। एक सही कैशफ़्लो स्टेटमेंट ऐसे महत्वपूर्ण पलों में कैश की उपलब्धता बनाए रखने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, कैशफ़्लो स्टेटमेंट अधिक लाभ कमाने में भी मदद कर सकता है। आइए जानें:

1. आपके खर्चों की डिटेल्स जानने में सहायक

यह आपके बिज़नेस द्वारा अपने लेनदारों को की गई मूल पेमेंट की स्पष्ट डिटेल्स देता है। कई लेन-देन कैश के रूप में दर्ज किए जाते हैं और उन्हें किसी दूसरे फाइनेंशियल स्टेटमेंट में दर्ज नहीं किया जाता है। इस तरह के लेन-देन को कैशफ़्लो स्टेटमेंट में स्पष्ट रूप से दर्ज किया जाता है और उन्हें देखकर आप जान सकते हैं कि कैश वास्तव में कहां खर्च किया गया था। अपने भरोसेमंद ग्राहकों को ऋण/उधार देना इसका एक उदाहरण हो सकता है।

2. उचित संतुलन बनाए रखने में सहायक

कैशफ़्लो स्टेटमेंट की मदद से आप अपने द्वारा खर्च किए गए कैश के बारे में समझ सकते हैं। कैशफ़्लो स्टेटमेंट का गहराई से विश्लेषण (Analysis) करके आप यह समझ सकते हैं कि क्या बहुत सारा कैश बेकार पड़ा है या महत्वपूर्ण ज़रूरत के लिए आवश्यक कैश की कमी है। जब आपके पास आपकी कैश संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी होगी, तो आप अपने बिज़नेस के लिए महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं। आप बचे हुए कैश को बिज़नेस में निवेश कर सकते हैं या कैश की कमी की स्थिति में उधार लेने के लिए स्त्रोतों की तलाश कर सकते हैं।

3. प्रभावी अल्पकालिक योजना बनाने में सहायक

प्रभावी रूप से कैशफ़्लो का मैनेज़मेंट, एक सफल बिज़नेस का प्रमुख लक्षण होता है। अच्छे कैशफ़्लो मैनेज़मेंट का एक प्रमुख पहलू कम समय वाले बिज़नेस लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कैश की उपलब्धता बनाए रखना है। कैशफ़्लो स्टेटमेंट से लेन-देन का विश्लेषण करके आप यह अनुमान लगा सकते हैं कि आप एक विशिष्ट अवधि में कितना कैश बचा सकते हैं और फिर उसका उपयोग अपने कर्ज़ों को चुकाने में कर सकते हैं। किसी भी बिज़नेस को सही तरह से चलाने के लिए इस तरह के पूर्वानुमान अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं और कैशफ़्लो स्टेटमेंट, कैश की उपलब्धता का पूर्वानुमान लगाने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं।

अतिरिक्त जानकारी: नकारात्मक कैशफ़्लो से बचें

जब बात कैशफ़्लो की आती है, तो हर बिज़नेस के लिए सकारात्मक कैशफ़्लो का होना बहुत महत्वपूर्ण है। हालांकि, कई बिज़नेस का कैशफ़्लो नकारात्मक भी होता है। ऐसा तब होता है, जब आपका बाहर जाने वाला कैश आपके आने वाले कैश से ज़्यादा होता है। इसका मतलब यह है कि आपका बिज़नेस जो पैसा कमा रहा है, वह आपके बिज़नेस के खर्चों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है।

अगर आपका बिज़नेस निकट भविष्य में भारी लाभ की उम्मीद कर रहा है और वर्तमान में अस्थायी रूप से नकारात्मक कैशफ़्लो का सामना कर रहा है, तो ऐसा परिकलित जोखिम (Calculated risk) आपके बिज़नेस के ख़राब प्रदर्शन का प्रतिबिंब (Reflection) नहीं है। लेकिन, अगर नकारात्मक कैशफ़्लो बढ़ रहा है और स्थायी है, तो यह आपके बिज़नेस के लिए बुरा संकेत दिखाना शुरू कर देता है। इसलिए, जितना हो सके बिज़नेस को नकारात्मक कैशफ़्लो से बचाना चाहिए।

निष्कर्ष:

यह कहना गलत नहीं होगा कि कैशफ़्लो स्टेटमेंट बिज़नेस के कैशफ़्लो मैनेज़मेंट को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। आपको अलग-अलग अकाउंटिंग अवधियों के कैशफ़्लो स्टेटमेंट का विश्लेषण करना चाहिए। इससे आपको अपने बिज़नेस के भविष्य की योजनाओं पर काम करने और बिज़नेस को आगे बढ़ाने में मदद मिल सकती है। जब आप अपने बिज़नेस के कैशफ़्लो स्टेटमेंट का गहराई से विश्लेषण करते हैं, तो आप इसकी मदद से बिज़नेस को बेहतर बनाने के लिए कई अन्य काम भी कर सकते हैं। ऐसे में किस बात का इंतज़ार कर रहे हैं, आज ही अपने बिज़नेस के कैशफ़्लो स्टेटमेंट पर नज़र रखना शुरू कर दें। बिज़नेस और फ़ाइनेंस संबंधी अन्य जानकारी के लिए MyBusiness ब्लॉग पेज पर आते रहें।

 

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