भारत में मेडिकल स्टोर: प्रकार, लाइसेंस योग्यता और आवश्यक दस्तावेज़

क्या आप खुद के और दूसरों के स्वास्थ्य को लेकर सजग रहते हैं और आप इसे अपना बिज़नेस बनाना चाहते हैं?

भारत में स्वास्थ्य या इससे संबंधित बिज़नेस शुरू करना बहुत ही फ़ायदेमंद है। इसके साथ ही स्वास्थ्य संबंधी बिज़नेस करने से आपको समाज सेवा करने का भी मौक़ा मिलता है।

जो लोग स्वास्थ्य संबंधी बिज़नेस शुरू करने की योजना बना रहे हैं, वो मेडिकल स्टोर खोलने के बारे में सोच सकते हैं।

ऐसे में आज हम इस ब्लॉग में मेडिकल स्टोर खोलने की पूरी प्रक्रिया के ऊपर विस्तार से चर्चा करेंगे।

मेडिकल स्टोर के प्रकार

मेडिकल स्टोर खोलने की प्रक्रिया के बारे में बात करने से पहले, इसके अलग-अलग प्रकारों के बारे में समझना महत्वपूर्ण है।

  • रिटेल मेडिकल स्टोर: ये सबसे सामान्य प्रकार का दवा की दुकान होती है, जो लगभग हर जगह देखने को मिल जाती है। यहां से कोई भी व्यक्ति सीधे दवाएं और स्वास्थ्य देखभाल संबंधी अन्य उत्पाद ख़रीद सकता है।
  • फ्रैंचाइज़ मेडिकल स्टोर: ये मेडिकल स्टोर आमतौर पर किसी मशहूर ब्रांड के नाम के अंतर्गत खोले जाते हैं। ऐसी दवा की दुकान आपको पूरे देश में देखने को मिल जाएगी।
  • हॉस्पिटल मेडिकल स्टोर: यह मेडिकल स्टोर किसी हॉस्पिटल परिसर के अंदर खोले जाते हैं, ताकि मरीज़ों को दवाएं ख़रीदने में आसानी हो। आमतौर पर ऐसी दवा की दुकानें हॉस्पिटल का हिस्सा होती हैं।
  • टाउनशिप मेडिकल स्टोर: इसे आमतौर पे गांवों और कस्बों में खोलें जाते हैं, ताकि वहां रहने वाले लोगों की स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं को आसानी से पूरा किया जा सके।

भारत में मेडिकल स्टोर खोलने की योग्यता

भारत में दवा की दुकान खोलने के लिए कुछ ख़ास योग्यताओं की आवश्यकता होती है। आप जिस भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश में स्टोर खोलने की योजना बना रहे हैं, उसके आधार पर ये योग्यताएं अलग-अलग हो सकती हैं।

आमतौर पर दवा की दुकान खोलने के लिए निम्नलिखित योग्यता होनी चाहिए:

  • शैक्षिक योग्यता: आपके पास किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से फार्मेसी में डिप्लोमा (D.Pharma) या फार्मेसी में स्नातक की डिग्री (B.Pharma) की न्यूनतम योग्यता होनी चाहिए।
  • रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट: दवा की दुकान खोलने के लिए आपको एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट होना चाहिए या आप मेडिकल में डिग्री या डिप्लोमा वाले फार्मासिस्ट को रखकर भी दवा की दुकान शुरू कर सकते हैं।
  • होलसेल बिज़नेस: दवाओं की होलसेल बिक्री केवल एक साल अनुभव वाले रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट या ड्रग कंट्रोल विभाग द्वारा अप्रूव चार साल के अनुभव वाले व्यक्ति की उपस्थिति में ही की जा सकती है।

मेडिकल स्टोर खोलने के लिए क्या आवश्यक है

ऊपर बताई गई योग्यताओं के अलावा; भारत में दवा की दुकान खोलने के लिए कुछ अन्य बातों को भी ध्यान में रखना पड़ता है, जिनके बारे में नीचे बताया गया है:

  • स्टोर की लोकेशन: दवा की दुकान हो या कोई अन्य बिज़नेस, सबके लिए उपयुक्त लोकेशन का होना बहुत ज़रूरी है। इसलिए लोगों की पहुंच, जनसंख्या और स्वास्थ्य सुविधाओं की निकटता को ध्यान में रखते हुए आप अपनी दवा की दुकान के लिए एक उपयुक्त लोकेशन का चुनाव करें।
  • स्टोर के लिए मकान: दवा की दुकान के लिए मकान का चुनाव करते समय स्टॉक और बिलिंग काउंटर के लिए पर्याप्त जगह है या नहीं, इस बात का ज़रूर ध्यान रखें। इसके साथ ही मकान में उचित वेंटिलेशन की व्यवस्था है या नहीं, इसका भी ध्यान रखें।
  • दवाओं का स्टॉक: अपने ग्राहकों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए दवाओं और स्वास्थ्य संबंधी उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला का स्टॉक रखें, ताकि किसी भी ग्राहक को वापस लौटकर न जाना पड़े।

मेडिकल स्टोर रजिस्ट्रेशन के लिए आवश्यक दस्तावेज़:

भारत में दवा की दुकान खोलने के लिए निम्न दस्तावेज़ों की आवश्यकता होती है:

  1. मेडिकल लाइसेंस आवेदन
  2. ड्रग लाइसेंस के लिए जमा की गई फ़ीस या चालान इनवॉइस
  3. जहां स्टोर खोलना है उसका ब्लू प्रिंट या योजना
  4. जिस मकान में स्टोर खोलना है उसका एग्रीमेंट पेपर
  5. मालिक और पार्टनर्स के पहचान और पते का प्रमाण
  6. जहां स्टोर खोलना है, उसके मालिकाना हक़ का प्रमाण
  7. रजिस्टर्ड एवं नियोजित फार्मासिस्टों या सक्षम कर्मचारियों का नियुक्ति पत्र
  8. फुल-टाईम काम करने वाले फार्मासिस्ट या सक्षम व्यक्ति का एफ़िडेविट
  9. ड्रग और कॉस्मेटिक अधिनियम, 1940 के तहत मालिक, पार्टनर्स या डायरेक्टर्स का गैर-दोषी (Non-conviction) एफ़िडेविट

नोट: आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दस्तावेज़ों की आवश्यकता अलग-अलग राज्यों में अलग हो सकती है। इसलिए दस्तावेज़ों की पूरी लिस्ट के लिए संबंधित राज्य के ड्रग कंट्रोल विभाग से जानकारी लेना न भूलें।

मेडिकल स्टोर के लिए आवश्यक अन्य रजिस्ट्रेशन

भारत में मेडिकल स्टोर खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज़ों और बुनियादी ज़रूरतों के अलावा आपको कई दूसरे रजिस्ट्रेशन भी करवाने पड़ते हैं। जिनके बारे में नीचे बताया गया है:

मेडिकल लाइसेंस

दवा की दुकान खोलने के लिए मेडिकल लाइसेंस सबसे ज़रूरी लाइसेंसों में से एक है। मेडिकल लाइसेंस पाने के लिए मेडिकल स्टोर के मालिक या नियुक्त किए गए फार्मासिस्ट के पास B.Pharma या M.Pharma की डिग्री के साथ एक योग्य फार्मासिस्ट होना आवश्यक है।

दुकान एवं प्रतिष्ठान रजिस्ट्रेशन

संबंधित राज्य/क्षेत्र के नगर निगम की नगरपालिका नियमों के अनुसार, सभी दुकान/बिज़नेस के पास उस राज्य के दुकान और प्रतिष्ठान अधिनियम के तहत रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है।

GST रजिस्ट्रेशन

GST अधिनियम के तहत वार्षिक निर्धारित सीमा से ज़्यादा का कारोबार करने वाले मेडिकल स्टोर और दूसरे बिज़नेस के लिए वस्तु एवं सेवा कर (Goods and Services Tax – GST) का रजिस्ट्रेशन करवाना आवश्यक होता है।

ड्रग लाइसेंस

मेडिकल स्टोर पर दवाओं की बिक्री और ख़रीद का काम होता है, इसलिए सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड्स कंट्रोल ऑर्गनाइज़ेशन (CDSCO) और स्टेट ड्रग स्टैंडर्ड्स कंट्रोल ऑर्गनाइज़ेशन (SDSCO) से ड्रग का लाइसेंस प्राप्त करना अनिवार्य होता है। मेडिकल स्टोर ड्रग लाइसेंस दो प्रकार के होते हैं, जिन्हें स्टोर के प्रकार के आधार पर प्राप्त किया जा सकता है:

  • रिटेल ड्रग लाइसेंस: सामान्य मेडिकल स्टोर चलाने के लिए रिटेल ड्रग लाइसेंस की आवश्यकता होती है। यह लाइसेंस केवल उसी व्यक्ति के नाम पर जारी किया जाता है, जिसके पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से फार्मेसी में डिग्री या डिप्लोमा हो।
  • होलसेल ड्रग लाइसेंस: यह लाइसेंस दवाओं और ड्रग्स का होलसेल बिज़नेस करने वाले लोगों को दिया जाता है।

निष्कर्ष

भारत में मेडिकल स्टोर खोलने के लिए सावधानीपूर्वक योजना, क़ानूनी नियमों का पालन और समाज सेवा की भावना का होना आवश्यक है। अलग-अलग प्रकार के मेडिकल स्टोर के बारे में समझकर और आवश्यक लाइसेंस प्राप्त करके आप मेडिकल बिज़नेस में कदम रख सकते हैं और सफलता पा सकते हैं।

आपके नए मेडिकल स्टोर के लिए शुभकामनाएं!

 

FAQs:

 

1- भारत में मेडिकल स्टोर/दुकान का लाइसेंस प्राप्त करने में कितना समय लगता है?

मेडिकल स्टोर का लाइसेंस प्राप्त करने में लगने वाला समय राज्य और लाइसेंस देने वाले अधिकारियों की दक्षता के आधार पर अलग-अलग हो सकता है। लाइसेंस प्राप्त करने में कुछ सप्ताह से लेकर कुछ महीने तक का समय लग सकता है।

2- क्या मैं बिना मेडिकल की डिग्री के मेडिकल स्टोर खोल सकता हूं?

नहीं, भारत में मेडिकल स्टोर खोलने के लिए फार्मेसी में डिप्लोमा (D.Pharma) या फार्मेसी में स्नातक की डिग्री (B.Pharma) की न्यूनतम योग्यता आवश्यक है।

3- क्या मेडिकल स्टोर में दवाओं के स्टोरेज से संबंधित कुछ ख़ास आवश्यकताओं का ध्यान रखना पड़ता है?

हां, दवाओं को नियामक आधिकारियों (Regulatory authorities) द्वारा बताई गई उचित परिस्थितियों के हिसाब से ही स्टोर करना चाहिए। इसमें उपयुक्त तापमान और आर्द्रता (Humidity) के स्तर को बनाए रखना और सही स्टोरेज गाइडलाइन का पालन करना आवश्यक है।

4- क्या मैं अपने मेडिकल स्टोर में अन्य स्वास्थ्य संबंधी उत्पाद बेच सकता हूं?

हां, दवाओं के साथ-साथ आप विटामिन, सप्लीमेंट्स पर्सनल केयर के आइटम और प्राथमिक चिकित्सा जैसे अन्य स्वास्थ्य संबंधित आइटम बेच सकते हैं।

5- क्या मुझे अपने मेडिकल स्टोर लाइसेंस और ड्रग लाइसेंस को रिन्यू कराने की आवश्यकता है?

हां, संबंधित राज्य के ड्रग कंट्रोल विभाग के नियमों के अनुसार, मेडिकल स्टोर लाइसेंस और ड्रग लाइसेंस को समय-समय पर रिन्यू कराने की आवश्यकता होती है।

 

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